नारद: कहानी एक जंगल की :

Wednesday, August 24, 2011

कहानी एक जंगल की :




एक बड़ा सुन्दर जंगल था , लेकिन बस एक बात गलत थी , की वाहन का शाशन एक लोमड़ी देखती थी अपने मोहक भेडिया टीम के साथ , और जंगल वासियों को तंग कर रखा था ,

आखिर एक दिन ऐसा आया जब जंगल के बाकि पीड़ित जंतु , शेर हथी इत्यादि ने शांति पूर्ण ढंग से विद्रोह कर दिया , और जंगल के सारे जंतुओं का पर्याप्त समर्थन मिला , मिला जानवर जंगली रस्ते पे आ गए कुछ पेड़ पर चड के उग्र विरोध करने लगे ... समस्या विकराल थी.
लेकिन जैसा की आम तौर पे होता है लोमड़ी स्वभाव से चालक मानी जाती है उस समय किसी दूसरे हंगल में गयी थी अपने टेंसन का इलाज करने , उसने तत्काल भेडिया को आदेश दिया की सभी पार्टियों को बुला के मीटिंग कम और पार्टी जादा दी जाये .

भेडिया ने सबसे पहले "भयंकर जंतु पार्टी" के अध्यछ लाल भेडिया को फोन मिलाया " हेल्लो जी आप आओगे न सहमती न देने के लिए , आपको तो पता है हम लोग सब झूझ रहे हैं , कही शेर हाथी की बात लागु हो जायेगी तो हम तो जायेंगे ही , आप भी न बचोगे " लाल भेडिये ने मूछों पर हाँथ फिराया , बोला " यार मलाई तो सब अकेले खाते हो ये बताओ कुछ भोजन पानी का जुगाड किया है की नहीं ?? "

मोहक ने कहा जी , लोमणि जी के आदेश पर सब कुछ तैयार है "

लाल भेडिया ने कहा , अभी तो पेट भरा हुआ है , कल रखिये ताकि हम भोजन पानी बंद कर के आपके व्यंजनों का लुफ्त उठा सके ..."
अन्तोगत्वा अगले दिन सबकी पार्टी राखी गयी , जिसमे अंजीर , काजू , किशमिश , खरगोश, हिरन आदि का मांस की पूरी व्यवस्था थी .
पहुचाते सारे भूखे भेड़ियों ने जम के अपने एक दिन के खाली पेटों को भरा , फिर लाल भेडिये न कहा , जी जनाब कहिये क्या करना है इन सब का ?????

मोहक ने कहा , भाई स्थिति छुपी नहीं है , तुम भी चोर - हम भी चोर तो आखिर हुए न मौसेरे भाई ?? तो इस घडी में साथ आपलोग न देंगे कौन देगा ?? सब मिल के किसी तरह इन शेर हथ्यों को कुचलने का उपाय बताओ ..... लाले ने कहा , ये काम पहले न किया गया ?? आपसे ??

अब एक काम करिये , एक अध् हफ्ता और दाये बाएं कीजिये , अपने अप सब अपने अपने बीवी बच्चों के पास पहुच जायेंगे , वैसे ये बताईये ये किस प्रजाति का खरगोश था ?? बड़ा स्वादिस्ट था , अगली बार फिर एक मीटिंग कीजिये , हम जरुर आएंगे ...... ,
अब आगे की इस जंगल कहानी को बाकि आप लोग पूरा करें .... क्या शेर हाथियों को दबाया जा सकेगा ???? क्या भेडिये अपनी चाल में कामयाब हो पाएंगे ?????

कमल , २४ / ०८ / २०११ 

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